खोज
हिन्दी
 

भगवान बहाउल्लाह (शाकाहारी) की चुनिंदा रहस्यमयी कृतियाँ - ईश्वर को खोजना, 2 का भाग 2

विवरण
और पढो
"इसका अर्थ यह है कि साधक अपने प्रियतम के अतिरिक्त अन्य सभी के प्रति अपनी आँखें बंद कर लेगा और अपनी आँखें उनके सौंदर्य के अतिरिक्त किसी अन्य के प्रति नहीं खोलेगा। वह नश्वर संसार को पार कर लेगा और अनन्त लोक में प्रवेश करेगा।”
और देखें
सभी भाग (2/2)