कर्म से मुक्ति- बाबा सावन सिंह जी (शाकाहारी) द्वारा लिखित 'आध्यात्मिक रत्नों' से चयन, 2 का भाग 12025-09-15ज्ञान की बातेंविवरणडाउनलोड Docxऔर पढोइसलिए, यह उनका दायित्व है कि वे इस उलझन से निकलने का रास्ता खोजें। अपनी आत्मा को ऊपर उठाने के लिए, उसे मन के विरुद्ध संघर्ष करना होगा, क्योंकि वह संघर्ष करके जीता है। और जहां इच्छा है, वहां रास्ता निकल ही आता है।”