ईश्वर की स्तुति और प्रेम: संत फ्रांसिस ऑफ असीसी (शाकाहारी) के लेखन से, 2 का भाग 22025-08-21ज्ञान की बातेंविवरणडाउनलोड Docxऔर पढो“[…] क्योंकि, हे प्रभु, आप प्रकाश है; उन्हें प्रेम के लिए उत्तेजित करो, क्योंकि हे प्रभु, आप प्रेम हो; उनमें निवास करो और उन्हें धन्यता से भर दो, क्योंकि हे प्रभु, आप ही सर्वोच्च अच्छे हो, शाश्वत अच्छे हो…”